ये सारी दुनिया चकमकाती चमचमाती झिलमिलाती जगमगाती
रौनक तरंग उमंग औ खुशियाँ ख्वाब ख्वाहिशें ख़याल औ खुमारी
गम आँसू मुस्कान
और प्रेम ।
वो जानते हैं मुश्किल है इस सब से परे जाना
संभव नहीं लगता इस सबसे से परे होना सबकुछ खोना
और वो सोचते हैं कि क्या कोई है ऐसा
इस सब से दूर , ठहरा हुआ अपने आप में ।
संभव नहीं लगता इस सबसे से परे होना सबकुछ खोना
और वो सोचते हैं कि क्या कोई है ऐसा
इस सब से दूर , ठहरा हुआ अपने आप में ।
रूप लावण्य और मादकता जिसका ध्यान आकृष्ठ नहीं करती
वो जो इस सब के बिना भी अपनी ही दुनिया में मस्त रहता है
जिसे नहीं चाहिए और कुछ भी
वो आत्मलीन बस अपने हृदय में आनंद लिए डूबा रहता है
इस अद्भुत आश्चर्य की भक्ति में ।
वो जो इस सब के बिना भी अपनी ही दुनिया में मस्त रहता है
जिसे नहीं चाहिए और कुछ भी
वो आत्मलीन बस अपने हृदय में आनंद लिए डूबा रहता है
इस अद्भुत आश्चर्य की भक्ति में ।
और वो कहते हैं
कोई इससे भी परे है ।
अ से
कोई इससे भी परे है ।
अ से
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