Oct 5, 2014

बड़ा धमाका


एक शब्द
बुदबुदे सा उपजा
अधर और ओष्ठ के बीच से 
उठा एक क्षणिक कम्पन
और हो गया ख़ामोश
इतना ही जीवन काल था उस का !
एक शब्द
उठता है और गिरता है कुछ कानों में
खामोश होने से पहले
कम्पन बनाये रखता है अपना अस्तित्व
उस शब्द की उम्र कुछ ज्यादा थी
कि वो कई कानों से हो कर गुज़रा !
एक शब्द
बादलों की गरज का
एक बच्चे के मन में
युद्ध के धमाकों का
एक बूढ़े ज़हन में
शेष है अब तक
जाने कब शांत होगा !
एक शब्द
वो कहते हैं पूरा संसार
एक बड़ा धमाका (big bang)
और उसकी आवाज़ से उपजा
सदियों पहले कभी
जो अब तक नहीं हो पाया खामोश
गूंजता है जाने किन कानों में
बचा हुआ है जाने किसके ज़ेहन में
अ से

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