एक लोकतंत्र जिस पर राज परिवार कायम है ,
एक प्रधानमन्त्री नौकरशाही का अनमोल नमूना पेश करता है ॥
एक महारानी जो अपने मंत्री को तख़्त पर बैठाती है ,
एक अर्थशास्त्री जो सत्ता के हिसाब में उलझा पड़ा है ॥
एक देश में किसी मुद्दे पर एकदेश से फैसला नहीं होता ,
एक कौम जिसका अपना कोई देश नहीं होता ॥
वो लोग जो अपने ही घर में बेगाने हैं ,
और वो लोग जो गाते विदेशी तराने हैं ॥
वो कानून जहाँ कायदा गुनाह है ,
वो अदालत जहा मुजरिम बेगुनाह है ॥
वो सोच जो भाषा पर विभाजन चाहती है ,
और वो सोच जो भाषा पर नियंत्रण नहीं रखती ॥
एक व्यक्ति जो बुद्धि से गरीब है ,
जिसके लिए गरीबी बुद्धि की एक अवस्था ॥
एक तथाकथित युवराज जो धूप में नहीं तपा ,छिला नहीं कटा नहीं ,
एक माँ जो 40 बरस के बेटे को गोद में खिलाती है ॥
अंधेर नगरी चौपट राजा ,
टका सेर भाजी , टका सेर खाजा ॥ ............................................ ॥
.... < अ-से > .......
एक प्रधानमन्त्री नौकरशाही का अनमोल नमूना पेश करता है ॥
एक महारानी जो अपने मंत्री को तख़्त पर बैठाती है ,
एक अर्थशास्त्री जो सत्ता के हिसाब में उलझा पड़ा है ॥
एक देश में किसी मुद्दे पर एकदेश से फैसला नहीं होता ,
एक कौम जिसका अपना कोई देश नहीं होता ॥
वो लोग जो अपने ही घर में बेगाने हैं ,
और वो लोग जो गाते विदेशी तराने हैं ॥
वो कानून जहाँ कायदा गुनाह है ,
वो अदालत जहा मुजरिम बेगुनाह है ॥
वो सोच जो भाषा पर विभाजन चाहती है ,
और वो सोच जो भाषा पर नियंत्रण नहीं रखती ॥
एक व्यक्ति जो बुद्धि से गरीब है ,
जिसके लिए गरीबी बुद्धि की एक अवस्था ॥
एक तथाकथित युवराज जो धूप में नहीं तपा ,छिला नहीं कटा नहीं ,
एक माँ जो 40 बरस के बेटे को गोद में खिलाती है ॥
अंधेर नगरी चौपट राजा ,
टका सेर भाजी , टका सेर खाजा ॥ ..............................
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