खंगालते हैं सामान सारा ,
निकालते हैं म्यान से आरा ,
काटते हैं जब नब्ज़ अपनी ,
बहा डालते हैं ज्ञान सारा .
हाथ आता कुछ नहीं ,
प्राणों की कोई सुध नहीं ,
ज्ञान में जहान है ,
जहान तो बे जान है .
~ अ-से
निकालते हैं म्यान से आरा ,
काटते हैं जब नब्ज़ अपनी ,
बहा डालते हैं ज्ञान सारा .
हाथ आता कुछ नहीं ,
प्राणों की कोई सुध नहीं ,
ज्ञान में जहान है ,
जहान तो बे जान है .
~ अ-से
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