Apr 10, 2014

जमीन के भीतर भी एक है आकाश


बाहर धूप चमक रही है परतों पर 

भीतर मिट्टी नम है दूब लगी हुयी 

एक पौधा है हमेशा हरी कोंपलों वाला 
जो पनपता है बस अन्दर की और 

एक फल है जिसके रेशे और खोल के भीतर 
ताजगी है जल है और मिठास भरी हुयी 

जमीन के भीतर भी एक है आकाश
जहाँ हवा है पानी है और रोशनी भी

और कुछ लोग हैं जो बंद करके दरवाजे
बैठे रहते हैं खिडकियों के पास आँखें मूंदे !!

अ-से

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