होश बिल्ली है
तेरे सधे हुये अंदाज़ मेँ
सँकरे गलियारोँ मेँ डग भरती
आवाज़ गौरेया है
तेरे चहकते हुये मिज़ाज़ मेँ
सुबह ओ शाम उमँगे भरती
जीवन हिरन है
तेरी खिली हुयी आँखो मेँ
चंचलता का चेहरा लिये
ख्वाबोँ की कुँचाले भरता
प्रेम फाख्ता है
तेरे विश्वास भरे स्पर्श मेँ
एकांत की दुनिया बसाये
सुकून का सँदेश गढ़ता ।
अ से
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