कहाँ बसती हैं कवितायें
मानस में उभर आने से पहले
कैसे शांत रहता है अव्यक्त
कोई भी गीत गाने से पहले
कितना संयम धरते हैं बादल
धरा पर बरस जाने से पहले
कहाँ रुके होते हैं आंसू
आँखों से सरक जाने से पहले
प्रकृति शायद जानती है जरुरत समय की
कहाँ दुधाते हैं स्तन स्त्री के माँ होने के पहले
शायद जानती है वो हमारी जीने और मरने की इच्छा
वरना कहाँ होता है जहर साँप में दांत गड़ाने से पहले !!
अ से
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