Aug 17, 2014

Juan Ramon Jimenez की एक कविता

एक ख़ूबसूरत कविता पढ़िए .....

खो जाते किसी बच्चे की तरह मैं  ,
जिसे हाथ पकड़ कर खींच लेते हैं वो , 
दुनिया के इस मेले में  ,
जबकि अटकी रहती हैं मेरी नज़रें ,
चीजों पर , उदास ...
और कितना दुःख , जब वो खींच कर अलग कर देते हैं मुझे , उस सबसे !!
Juan Ramon Jimenez 

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