Aug 17, 2014

जो नहीं भूलना था ...


वो चिड़िया , 

आ जाती थी फुदकती हुयी , 
तुम्हे चैन से बैठा देखकर , 
बिना किसी डर के , 
और तुम डालते थे दाने , 
और वो मगन होकर चुगती रहती !

तुम भूल गए उसका फुदकते आना , 
तुम्हे याद रहे तुम्हारे दाने , 
और उसका आना , 
अब तुम दाने डाल चले जाना ,
और वो आदतन आ जायेगी ,
चुग लेगी दाना ,
दायें बायें देख देख कर ,
चुपचाप ,
और लौट जायेगी ,
खाली मन , पंख पसार !!

अ से 

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