A PATHLESS TRAVELER
Aug 17, 2014
उल्लू
फिर फिर खुद को देखकर चकित हूँ मैं
एक हूँ की अनेक हूँ
यहाँ हूँ या वहां हूँ
अजीब सी हरकत हूँ कोई
या चुपचाप ताकती नज़र
आँखें हूँ या उल्लू हूँ मैं !!
अ से
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