कल उसने कुछ 15-20 लोगों की झाड़ खाई,
मालिक के दो झापड़ ,
एक पुलिसिये का डंडा ,
रास्ते पर एक कार की हलकी सी टक्कर ,
घर के दरवाजे पर एक ठोकर,
और दो रोटियाँ ॥
कुछ 12 साल का रहा होगा वो ढाबे पर काम करने वाला लड़का ,
आखिर भूख कहाँ देखती है कोई स्वाद ॥
मालिक के दो झापड़ ,
एक पुलिसिये का डंडा ,
रास्ते पर एक कार की हलकी सी टक्कर ,
घर के दरवाजे पर एक ठोकर,
और दो रोटियाँ ॥
कुछ 12 साल का रहा होगा वो ढाबे पर काम करने वाला लड़का ,
आखिर भूख कहाँ देखती है कोई स्वाद ॥
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