Oct 31, 2013

क्रिया और कर्म -- (१)

हर प्रयास ,
कुछ हासिल करने का कयास है

हासिल करने का कयास  ,
जानने भर की उत्सुकता ,

जानने की उत्सुकता ,
उत्कंठा जीने भर की  ,

जीने की उत्कंठा है
अपने होने का ऐतबार कर लेना ,

अपने होने का ऐतबार ,
जिसके लिए जरूरी नहीं था 
कोई प्रयास ,

हर प्रयास ,
वृत्ति है प्रमाण की
एक टेम्पररी आश्वस्ति ,
अंतर्मन के भय की प्रतिक्रिया ,
आईने में झाँकना बार बार ,
खुद की याद बनाये रखना ,
सींचते रहना 
अपनी दीवारों को ,
और कर लेना कैद ह्रदय को ... उन सींखचों में ,.............
जो तुम्हारे ही संकल्पों के मजबूत लोहे से बने हैं !!

................................................................ अ-से 

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