
चाहत यूँ ही नहीं कोई ,
एक मासूम दिल परस्ती है ॥
आंसू यूँ ही नहीं आते ,
एक चांदनी रात बरसती है ,
दुनिया बंद आँखों सी ,
और पलकों पर कोई रहता है ,
ऊपर कोई दर्पण होगा ,
अब चाँद ज़मीं पर रहता है ॥
......................................... ( अ-से अनुज )
( its only a child who tries to catch the moon , and who can ,
its just , he cant leave his heart alone! )
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