कुछ सम्बन्ध सरल हैं जो आपसी सम्मान के सूत से जुड़े हैं ,
वो बाँधते नहीं , वो उलझाते नहीं
और उन्हें सुलझाना भी नहीं होता !
यही दुआ है मेरी
हो हर किसी के हाथ
कम से कम एक डोर सूत की !
अ से
वो बाँधते नहीं , वो उलझाते नहीं
और उन्हें सुलझाना भी नहीं होता !
यही दुआ है मेरी
हो हर किसी के हाथ
कम से कम एक डोर सूत की !
अ से
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